ए दिल तू मत करना विश्वास किसी पर
मन में उठता एक ही सवाल
दिल तू क्यों मासूमियत की चादर ओढ़े
फिर करता विश्वास
जब होता है तेरे संग बार बार विश्वासघात
बिन खंजर, विवेक और आत्मा
दोनों पर बराबरी का वार।
– Anshita Dubey
समय की धारा के साथ बहते रहो
अडचनों से डर कर कभी मत रुको
इतना बड़ा आग का गोला पानी डूबा
लगता है कभी गहरे तल से उबर पाएगा
नयी सुबह लिए वह तेजस्वी सूर्य फिर आएगा
वृक्ष की कोमल पत्तियों को सहला महसूस करो
बदलाव की बयार तो बहती है,सबके लिए बहने दो
घटते -घटते ,बढ़ते पूर्ण कलाओं से युक्त चंदा को देखो
उतार चढ़ाव हिस्सा है जीवन का ,विश्वास किसी पर तो करो।
– Neeti Jain
विश्वास किसी पर कर तो ख़ुद पर कर,
निर्भय होकर अपना कर्तव्य पूरा कर।
कठिनाइयों के बादल भी छँट जाएँगे,
तू रोशनी दृढ़-संकल्प की हृदय में कर।
– Kavita Singh
विश्वास किसी पर कर लेती हूँ …….धोखा खाने के बाद भी…….उससे जानने के बाद भी…….उसकी फ़ितरत भाँपने के बाद भी……..क्योंकि मुझे उससे ज़्यादा ख़ुद पर विश्वास है…..!
– Seema Bhargave
विश्वास किसी पर
उतना कीजे
जितने के काबिल हों
आँख मूंद कर
विश्वास ना करना
खाओगे धोका यकीनन !
– Harminder kaur
किसी भी नतीजे पर
पहुँचने से पहले हमेशा
अपने अंतर्मन की सुनें
किसी पर विश्वास न करें।
– Anita Gupta