वक़्त अच्छा या बुरा नहीं होता,
हालात बना देते हैं उसे अच्छा या बुरा
पेड़ वही होता है उपवन में,
बसंत में वह फूले फले,पतझड़ में झड़ जाते पत्ते उसके
ऋतु प्रभाव से, परिवर्तित स्वभाव से
फिर से वह जोश में भरे,
लहराते, खुशियाँ मनाते झूमते और गाते
हालातों ने मज़बूर किया, कभी ख़ुशी दी कभी गम को छुआ
वक़्त तो वक़्त ही होता है,सब अच्छा हो तो अच्छा वक़्त, ना हो तो वक़्त बुरा
कर्म पथ पर बढ़ते जाओ, जैसा भी वक़्त है कभी ना घबराओ,
— Amarjeet Kaur Matharou
वक़्त चलते चलते बोले
बदलता हूँ संभालते रहो
सबकी हिस्सेदारी समान है
इंसान भी बदलता रहता है।
— Sarvesh Kumar Gupta
मुस्कराने की वजह नहीं,
मुस्कराहट सहज होनी चाहिए
सहज होगी गर मुस्कराहट
वजह स्वत: बन जाएगी
— Amarjeet Kaur Matharou
मुस्कुराने की वजह
एक आपकी मुस्कान
जीवन में रंग भर देती है
बुझे बुझे से चेहरे में
जीवन भर देती है।
एक आपकी मुस्कान
जज्बातों में प्यार भर देती है
थके थके कदमों में
हौसले भर देती है।
एक आपकी मुस्कान
जीवन मेंआशा का संचार भर देती है
उजड़े उजड़े चमन में
बहार भर देती है।
एक आपकी मुस्कान
खामोशी में शोर भर देती है
मेरी जिंदगी की किताब में
कहानियां भर देती है।
एक आपकी मुस्कान
मेरे मकान में घर भर देती है
मेरे होने की वजह सिर्फ
मुस्कान है आपकी…….
ये मुस्कुराने की वजह भर देती है मुझे।
— Radha Shailendra
मुस्कुराने की वजह ढूँढ लेना,
हर हाल में आगे बढ़ने की वजह ढूँढ लेना,
जीवन सदैव गतिमान होता है,
उसे अपना साथी बनाने की वजह ढूँढ लेना।
— Kavita Prabha
मुस्कुराने की वजह मत ढूंढना
हर हाल में बस मुस्कुराते रहना
ढूंढते है जो वजह मुस्कुराने की
होती है वो बस दो चार पल की
— Mukesh Bhatnagar
मुस्कराने की वजह
जीने में ही है,
खुशी के लिए
खुद को बदलने में है।
— Sarvesh Kumar Gupta
क्यों ना किसी के मुस्कराने की वजह बनें हम
क्यों ना किसी के गमों को दूर करने का जरिया बनें हम
ईश्वर ने दिया है जब मनुष्य का जन्म
तो क्यों ना करें हम कुछ सत्कर्म
अपने जीवन का कुछ ध्येय करें निर्धारित
हृदय में परोपकार का भाव रखें निश्चित
यही तो होगी ईश्वर की सच्ची आराधना
सच्ची भक्ति , पूजा और उपासना।।
— Nutan Yogesh Saxena
मेरे जीने की वजह हो तुम,
मेरे मुस्कराने की वजह हो तुम,
ख्वाहिश यही तेरी बाँहों में रहूँ,
मेरे गुनगुनाने की वजह हो तुम।।
— Rajmati Pokharna Surana
मुस्कुराने की वजह नहीं ,बस जिंदादिली चाहिए
हालात चाहे जैसे भी हो, फिक्र में भी मस्ती चाहिए
एक बार ख्वाहिशों को खुशियों की माला पहनाई तो
पलकों में सजते अनगिनत सवाल भी सुलझती रही!!
— Pushpa Pandey